“ चलो जर्मनी से इटली की ओर ”
सेहक ने अब यह ठाना है।
रीयल ईएचपी को बचाना है।
सर कांउट सीज़र मैटी की देन इलेक्ट्रो होम्योपैथी जिसका जन्म इटली में हुआ और जर्मनी से होते हुए भारत पहुंचा। परन्तु कुछ गैर चिकित्सा पद्धतियों के लोगों ने अपने स्वार्थ और लाभ के लिये इसके नाम को तो अपना लिया परन्तु इसकी आत्मा को नहीं जिसके कारण इलेक्ट्रो होम्योपैथी अपने मूल स्थान इटली से जबरन जर्मनी की ओर ले जाई जा रही है।
हमारे भोलेभाले ईएच चिकित्सक इन ईएच के दुश्मनों के बरगलाने पर अपनी राह भटक रहे हैं और ईएच के वास्तविक स्वरूप को भूल रहे हैं जिसका परिणाम यह है कि वर्तमान में बड़ी संख्या में रीयल ईएचपी पर कार्य करने वाले चिकित्सक सामने ही नहीं आ पाएं है।
ज़रा ये तो सोंचे तुरन्त एक्शन दिखाने वाली इलेक्ट्रो होम्योपैथी का गर स्वरूप ही बदल गया तो क्या रीयल इलेक्ट्रो होम्योपैथी दवाओं का निर्माण हो सकेगा? और क्या ईएचपी के नाम पर बेचे जानी वाली दवाएं वैसा ही एक्शन दिखा पाएंगी जो रीयल ईएचपी दवाएं दिखाती है?
अगर यूंही ईएचपी की दवाओं के नाम पर गैर ईएचपी दवाएं रोगियों को दी जाती रहीं तो वह दिन दूर नहीं जब लोगों का भरोसा ईएच से उठने लगेगा और कहीं ऐसा न हो कि ईएच चिकित्सा पद्धति की विश्वसनीयता पर ही सवाल खड़ा होने लगे।
सेहक जो विगत 50 वर्शो से रीयल इलेक्ट्रो होम्योपैथी पर कार्य कर रहा है और इसके विकास और प्रचार-प्रसार के लिए प्रतिबद्ध है। स्वास्थ्य मंत्रालय, भारत सरकार के निर्देशानुसार सेहक के अन्तर्गत दिनांक 30 मार्च 2022 को नेशनल एसोसिएशन ऑफ इलेक्ट्रो होम्योपैथी NAEHP का गठन किया। NAEHP मात्र एक एसोसिएशन नहीं यह एक मिशन है जिसका लक्ष्य ‘रीयल ईएचपी के अस्तित्व को बचाना है’ जिसके लिए ईएच को जर्मनी से वापस पुनः अपने मूल स्थान इटली की ओर ले जाना होगा जिसमें भारत अपनी विशेष भूमिका निभाएगा।
NAEHP का मुख्य उद्देश्य केवल ईएच चिकित्सकों को ही नहीं अपितु देशभर के उन तमाम ईएच के समर्थकों को भी एकजुट कर एक छत के नीचे लाना हैं जिससे कि हमारा रीयल इलेक्ट्रो होम्योपैथी परिवार मजबूत हो सके और एक बड़े जनसमूह के रूप में एकत्रित होकर अपनी बात सरकार तक पहुंचा सकें।
NAEHP का उद्देश्य इलेक्ट्रो होम्योपैथी चिकित्सा विज्ञान का विकास करना है एवं एसोसिएशन के मुख्य कार्य इस प्रकार हैं :-
इलेक्ट्रो होम्योपैथिक उपचार प्रणाली में प्रैक्टिस करने के लिए इलेक्ट्रो होम्योपैथिक चिकित्सकों को सुरक्षा प्रदान करना।
इलेक्ट्रो होम्योपैथी की मान्यता, समान अधिकारों, विशेषाधिकारों और सुविधाओं की मांग के लिए सरकारी अधिकारियों से संपर्क करना।
इलेक्ट्रो होम्योपैथी के प्रचार और विकास के लिए इलेक्ट्रो होम्योपैथिक शिविर, बैठकें, सम्मेलन, सेमिनार, प्रदर्शनियां आदि आयोजित करना।
इलेक्ट्रो होम्योपैथी चिकित्सा पद्धति को बढ़ावा देने के लिए स्कूलों, कॉलेजों और अनुसंधान संस्थानों की स्थापना, संचालन, संबद्धता को मान्यता और रखरखाव करना।
इलेक्ट्रो होम्योपैथिक विज्ञान को बढ़ावा देने वाले शैक्षणिक संस्थानों को चलाने और सहायता करने के लिए प्रायोजित करना।