मोतीराम मुरावतीया

राजनीतिक नेता

मोतीराम मुरावतीया बायोडेटा | Motiram Muravatiya Biodata 

मोतीराम मुरावतीया ने श्री गिरधारी राम मुरावतीया डेगाना के घर में बड़े पुत्र के रूप में 05/06/1966 तारीख को जन्म लिया, तथा पढ़ाई लिखाई के बाद सन् 1990 को यह राजनीति में आ गए। इसके उपरांत इन्होंने राजनीति में खूब सामाजिक और राजनीतिक इज्जत कमाई राजनीति में कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा और माहौल ऐसा बना की मोतीराम मुरावतीया जिसके साथ रहे वह पक्ष हमेशा जीता। डेगाना क्षेत्र में मोतीराम मुरावतीया का बहुत अच्छा प्रभाव है। मोतीराम जी शांत स्वभाव तथा सामाजिक और मिलनसार आदमी है, इसी छवि के कारण मोतीराम मुरावतीया की सभी पार्टियों के नेताओं से खूब बनती है और इनका कहा हुआ कार्य कभी जाया नहीं जाता व इनके सभी काम होते हैं। मोतीराम मुरावतीया अपनी ईमानदार और साफ छवि से जाने जाते हैं जिसके कारण लोगों का सामाजिक और राजनीतिक जुड़ाव इनसे बहुत ज्यादा है। 

मोतीराम मुरावतीया राजनीतिक पृष्ठभूमि | Motiram Muravatiya Political Background

मोतीराम जी मुरावतीया राजनीति में रामरघुनाथ जी किलक के साथ 24 वर्ष की उम्र से ही सक्रिय थे। रामरघुनाथ जी किलक की बेटी बिन्दु जी को प्रथम जिला प्रमुख कार्यकाल सन् 1995 - 2000 में जिला प्रमुख बनाया व निरंतर उनके साथ रहे जिस के बाद बिन्दु जी को तीन कार्यकाल के लिए जिला प्रमुख बनाने में योगदान रहा (सन् 1995-2000, सन् 2005-2010, सन् 2010-2015)

इसी बीच सन् 1998 में जब रामरघुनाथ जी ने पहली बार M.P का चुनाव लड़ा और MP बने, तब कांग्रेस में डेगाना ब्लॉक अध्यक्ष के रूप में मोतीराम जी मुरावतीया का चयन हुआ व लगातार चार साल के लिए ब्लॉक अध्यक्ष रहे। उसके बाद पहली बार सन् 2000 में (झगड़वास) से सरपंच का चुनाव: लड़ा व जीत हासिल की और उस समय उम्र 33 साल थी।

MP रामरघुनाथ जी किलक के निधन के बाद उनके बेटे अजय सिंह जी किलक को सन् 2008 में चुनाव लड़ाया और जीत दिलाई तथा पहली बार भारत की राजनीती में जाने माने मिर्धा परिवार के श्री रिछपाल सिंह मिर्धा को हराया था। निरंतर दो कार्यकाल 2008-20132013-2018 के कार्यकाल में जीत दिलाई जिसमे 2008-2013 तक अजय सिंह किलक MLA रहे थे। 2013 - 2018 तक राजस्थान सरकार में सहकारिता मंत्री कार्यरत रहे। 

पिछले चुनाव 2018 में अजय सिंह किलक द्वारा मोतीराम जी को अनदेखा किया गया इसके उपरांत उनकी नाराजगी अजय सिंह किलक को भुगतनी पड़ी तथा गुप्त समर्थन से रिछपाल मिर्धा के बेटे विजयपाल मिर्धा को जीत दिलाई। विजयपाल मिर्धा डेगाना से विधायक बने उसके उपरांत अब 2023 के चुनाव होने जा रहे हैं जिसके लिए मोतीराम मुरावतीया खुद अपने टिकट की दावेदारी कर रहे हैं और यह इसके लिए पूर्ण रूप से तैयार है। अगर पार्टी टिकट देती है और विश्वास जताती है तो पार्टी के आदेश पर चुनाव लड़ने तथा पार्टी का मान सम्मान रखने और चुनाव जीतने की पूरी कोशिश करेंगे तथा पार्टी के लिए हर कसौटी पर खरे उतरेंगे।

राजनीतिक एवं सामाजिक सम्बन्ध एवं प्रभाव | Political and Social Relations and Influence

ऐसे तो मोतीराम जी मुरावतीया का परिवार बहुत बड़ा परिवार है इनकी रिश्तेदारियां आसपास की तहसीलों में और नागौर जिले में अच्छे-अच्छे घराने में है जिसकी वजह से इनकी छवि में और भी निखार आता है। राजस्थान सरकार के अच्छे-अच्छे नेता इनकी रिश्तेदारियों में है तथा उनके निजी मित्र संबंधों में राजस्थान के अच्छे बड़े नेता शामिल है। इनकी मित्रता ऐसे तो कांग्रेस और बीजेपी दोनों ही पार्टियों में लगभग सभी नेताओं से अच्छी है पर जो इनके नजदीक और दूर के रिश्तेदारियों में शामिल है उनका जिक्र इसमें जरूर किया जा रहा है।

मोतीराम जी मुरावतीया के तीन भाई है जिनमें से दूसरे नंबर के भाई जीतू राम मुरावतीया की पत्नी का ननिहाल कुचेरा के मिर्धा परिवार में है जो राजस्थान की राजनीति में पूर्व से ही काफी प्रभाव रखता है। इसके बाद मोतीराम जी के सबसे छोटे भाई शिवराम मुरावतीया का ससुराल शिवजी रामजी मुंडेल ढानीपुर भेरूदा के घर में है, यह भी नागौर की राजनीति का चर्चित नाम है, इनका नाम भी राजनीति में अच्छे प्रभाव तथा ईमानदार छवि के लिए लिया जाता है, शिवजी रामजी मुंडेल शिवराम मुरावतीया के बड़े ससुर है।

मोतीराम मुरावतीया के बड़े भाई श्री रूपाराम मुरावतीया मकराना से वर्तमान में भाजपा की टिकट से विधायक है तथा मोतीराम मुरावतीया की बहन चूका जसवंतपुरा से सरपंच रही है। मोतीराम मुरावतीया की बड़ी बेटी माया का ससुराल श्रीमान सूरजकरण जी गोदारा के छोटे भाई रामनिवास जी गोदारा के बड़े बेटे अशोक गोदारा के साथ हुआ है। सूरजकरण गोदारा भाजपा से रिया बड़ी पंचायत समिति से एक बार उप प्रधान तथा एक बार उनके भाई चेनाराम गोदारा की पत्नी शारदा गोदारा रिया बड़ी पंचायत समिति से प्रधान रही है।

भाजपा से पूर्व केंद्रीय मंत्री सीआर चौधरी सुरजकरण गोदारा के फूफा भी लगते हैं तथा भाजपा से पूर्व सांसद भंवर सिंह डांगावास के घर में मोतीराम मुरावतीया की बड़ी बेटी के देवर अनिल गोदारा का नानी ससुराल है नावा से वर्तमान कांग्रेस विधायक महेंद्र चौधरी भी मोतीराम मुरावतीयों की बड़ी बेटी माया तथा छोटी बेटी रेखा के ससुराल में रिश्तेदार है। मोतीराम मुरावतीया की बड़ी सिस्टर के देवर और बड़े बेटे संजय के कजन ससुर राधाकृष्ण बिंदा भाजपा से डेंगाना के पूर्व कार्य काल में नगर पालिका अध्यक्ष रहे हैं।

सामाजिक रिश्तेदारियों के हिसाब से मोतीराम मुरावतीया की रिश्तेदारियां अच्छे अच्छे परिवारों में है जिसका लाभ इनको राजनीति में मिलता है और आज तक इनका लाभ दूसरे नेताओं ने उठाया है, अब यह खुद कोशिश कर रहे हैं अगर पार्टी मौका दें तो पार्टी कि हर कसोटी पर खरा उतरेंगे।

मोतीराम मुरावतीया क्षेत्रीय प्रभाव | Motiram Muravatiya Regional Impact


मोतीराम मुरावतिया की अपनी सामाजिक छवि तथा उनकी बड़ी रिश्तेदारियों की वजह से काफी कुछ तहसीलें तथा आसपास के जिलों में इनके रिश्तेदारियां होने के कारण उनकी राजनीतिक छवि की वजह से आसपास की तहसीलों के तथा नागौर, बीकानेर, जोधपुर, अजमेर आदि जिलों के कुछ इलाकों में मोतीराम मुरवातिया अपना प्रभाव रखते हैं तथा कांग्रेस और बीजेपी के नेताओं में अपने लोगों को हर चुनाव में मदद भी करते हैं।


धार्मिक सम्बन्ध एवं प्रभाव | Religious Affiliation and Influence


मोतीराम मुरावतिया के पिता श्री गिरधारी राम मुरावतीया अपने जमाने के रेलवे के ठेकेदार थे और कामकाज में उस समय में अच्छा व्यापार करते थे जिसकी वजह से और इनके रहन सहन के तरीके की वजह से मुरावतीया परिवार को राज परिवार कहा जाता है जिसका सीधा अर्थ यह है कि इनको अपने रिश्तेदारो और अपने मित्रों को साल में एक दो बार भोजन करने आनंद महसूस होता है और सभी के साथ बड़े प्रेम से रहते हैं। बड़ी रिश्तेदारी के कारण 20-22 हजार वोटों पर व्यक्तिगत प्रभाव रखते हैं। इन के कुछ मुस्लिम मित्रों में काफी मित्र UAE में भी रहते हैं। इनका हिंदू मुसलमान दोनों धर्म में एक समान रिश्ता है जिसका लाभ हमेशा इनके साथ जुड़े नेताओं ने उठाया है।


प्रेरणा, क्षेत्र एवं दृष्टि | Inspiration, Scope and Vision


मोतीराम जी ऐसे तो मोदी भक्त है साथ हि इनका मानना है पूर्व में राजनीति ठीक थी राजनेता भी इतने भ्रष्ट नहीं थे। गए कुछ समय में राजनीति में भ्रष्टाचार काफी मात्रा में बढ़ा और अभी मोदी जी के राज में राजनीति काफी साफ-सुथरी और ईमानदारी से हो रही है जिसमें अब इनको लगता है की राजनीति में साफ़ लोग भी रहकर जनता की सेवा कर सकते हैं तथा इनका हमेशा से जनता की सेवा का ही मकसद रहा है, अब जब माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में जीरी भ्रष्टाचार वाली सरकार है तो उसका हिस्सा बनकर गरीब किसान व्यापारी तथा हर तबके की जनता की सेवा करके गौरवान्वित महसूस करना चाहते हैं। इस लिए पार्टी अगर मोका देती है तो पार्टी की हर कसौटी पर खरा उतरने की कोशिश करेंगे। धन्यवाद।