प्रोफेसर मनोज कुमार सिंह
एम.ए.,एम.फिल.,पीएच.डी.
विशेषज्ञता का क्षेत्र : हिन्दी कविता एवं हिन्दी आलोचना
डॉ. मनोज कुमार सिंह ने 1995 में दिल्ली विश्वविद्यालय से आधुनिक हिन्दी कविता (विशेष अध्ययन) के साथ एम.ए की परीक्षा प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण की । विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के कनिष्ठ शोधवृत्ति के तहत ‘दूसरी परंपरा की खोज के संदर्भ में आचार्य हजारीप्रसाद द्विवेदी की इतिहास-दृष्टि’ नामक लघु शोध-प्रबंध पर 1996 में दिल्ली विश्वविद्यालय से एम.फिल. की उपाधि प्राप्त की । विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के वरिष्ठ शोधवृत्ति के तहत ‘भक्ति आंदोलन का स्वरूप-चिंतन और हिन्दी आलोचना’ नामक शोध-प्रबंध पर दिल्ली विश्वविद्यालय से 2002 में पीएच.डी. की उपाधि प्राप्त की। इसी वर्ष देशबंधु महाविद्यालय के हिन्दी विभाग में स्थायी प्रवक्ता के रूप में नियुक्ति ।
देश के महत्वपूर्ण साहित्यिक पत्रिकाओं में तीस से अधिक आलेख तथा बीस से अधिक पत्र-पत्रिकाओं में कविताएं प्रकाशित । साथ ही समकालीन हिन्दी कविता के अनेक काव्य-संग्रहों में कविताएं संकलित । कुछ कविताओं का फ्रेंच भाषा में अनुवाद । ‘भक्ति आंदोलन और हिन्दी आलोचना’ पुस्तक का 2015 में प्रकाशन। राजेंद्रप्रसाद अकादेमी,हिन्दी अकादेमी तथा लिखावट संस्थान की ओर से 2016 में इस पुस्तक पर राष्ट्रीय संगोष्ठी आयोजित। ‘हमारा जनतंत्र और मिथिलेश श्रीवास्तव की कविताएं’ पुस्तक के अतिरिक्त तीन और पुस्तकों का सम्पादन । दिल्ली विश्वविद्यालय (हिन्दी विभाग) के दो पीएच.डी. छात्रों का शोध निर्देशक। साखी,अनभै-साँचा,अपनी माटी तथा स्पार्क न्यूज जैसी पत्र-पत्रिकाओं के साथ सक्रिय भागीदारी। देश की बात,लिखावट, जनवादी लेखक संघ,प्रगतिशील लेखक संघ,हिन्दी अकादेमी ,साहित्य अकादेमी तथा सार्क जैसी साहित्यिक-सांस्कृतिक संस्थाओं तथा देश के विभिन्न विश्वविद्यालय के साहित्यिक कार्यक्रमों में वक्ता तथा कवि के रूप में भागदारी ।
ईमेल -manojdesh72@gmail.com ,
mksingh@db.du.ac.in
Profile - https://www.deshbandhucollege.ac.in/uploads/Resume/Hindi/Prof.Manoj%20Kumar%20Singh.pdf