श्री सुदर्शन चक्र प्राण प्रतिष्ठा
संवत् २०८० वैशाख शुक्ल पक्ष बुधवार को श्री शिखर जीर्णोंद्धार व सुदर्शन चक्र प्राण प्रतिष्ठा प्रभु इच्छा से संपन्न हुआ ।
दुष्ट प्रवर्ति के लोगो ने बहुत कोशिश की इस कार्य को बाधित करने की पर प्रभु इच्छा सर्वोपरि होती है। भगवान लक्ष्मीनरसिंह की कृपा से अद्भुत शिखर का निर्माण हुआ।
पूर्व दिशा में गरुड़ पर विराजित श्री लक्ष्मीनारायण भगवान
पश्चिम दिशा में श्री सीताराम जी भगवान
उत्तर दिशा में गरुड़ पर विराजित श्री लक्ष्मीनरसिंह भगवान एवं
दक्षिण दिशा में श्री वराहलक्ष्मी भगवान की सुन्दर विग्रह प्रतिष्ठित हुई एवं
अलौकिक सुदर्शन चक्र की प्रतिष्ठा शिखर पर की गयी