गुरुद्वारा श्री थड़ा साहिब पटियाला जिले के समाना शहर में स्थित है। जब श्री गुरु तेगबहादुर साहिब जी ने दिल्ली की ओर अपनी यात्रा शुरू की, तो वे किरतपुर साहिब, भरतगढ़ साहिब, रोपड़, मकर, काबुलपुर, बहादुरगढ़ और मोती बाग होते हुए यहां आए। गुरु साहिब यहां साईं अनायत अली के स्थान पर आए। बगल में क्रूर मुस्लिम का क्षेत्र था, जिसने कुएं में गाय की हड्डी फेंक दी थी जब गुरु साहिब के सिख पानी के लिए वहां गए थे। उसके बाद गुरु साहिब ने वहां एक कुआं खुदवाया। पास के गढ़ी के मालिक भीखन शाह भी गुरु साहिब के बहुत बड़े अनुयायी थे, उन्होंने गुरु साहिब के लिए बहुत सारे उपहार पेश किए। एक दिन नवाब भिखान शाह ने गुरु साहिब को गिरफ्तार करने के लिए यहां आए मुस्लिम सैनिकों से मुलाकात की। बातचीत पर नवाब भीखन शाह ने उनसे कहा कि समाना शुद्ध मुस्लिम का स्थान है इसलिए सिख गुरु यहां नहीं रह सकते। और बाद में वे स्वयं गुरु साहिब के पास आए और उन्हें पूरी कहानी सुनाई और उनके साथ गढ़ी चलने का अनुरोध किया। नवाब ने गुरु साहिब से अनुरोध किया कि यह उनके परिवार के लिए शर्म की बात होगी कि हमने आपको अपने घर से गिरफ्तार कर लिया। तो यहाँ से आगे गुरु साहिब नवाब भीखान शाह की गढ़ी की ओर रवाना हुए जहाँ गुरुद्वारा श्री गढ़ी साहिब स्थित है।