शिवाजी विश्वविद्यालय से जुडे हिंदी विषय के छात्रों को हिंदी से संबंधित जानकारी हेतू तैयार की गई Site- Dr. Hemlata Kate Profile
पेपर नं १२
विधा विशेष का अध्ययन(अंतिम साक्ष्य)
बहुविकल्पी प्रश्न २०२०-२१
1) 'अंतिम साक्ष्य' उपन्यास का प्रकाशन सन 1990 में हुआ है|
2) 'अंतिम साक्ष्य' उपन्यास की लेखिका चंद्रकांता है।
3) ‘अंतिम साक्ष्य’ इस उपन्यास की कथावस्तु 10 अंकों में प्रस्तुत है|
3) 'अंतिम साक्ष्य' जीवन के खट्टी मीठी यादों की साक्ष्य है।
4) ‘अंतिम साक्ष्य’ उपन्यास पूर्वदीप्ती शैली में लिखा है|
5) 'अंतिम साक्ष्य ' उपन्यास स्त्री जीवन से जुड़ा हुआ है।
6) 'अंतिम साक्ष्य' उपन्यास के नायक प्रताप सिंह है।
7) 'अंतिम साक्ष्य' उपन्यास की प्रमुख नायिका मीना का है।
8) 'अंतिम साक्ष्य' उपन्यास मात्र 'स्त्री विमर्श के साथ जुड़ा हुआ उपन्यास नहीं है', ऐसा चंद्रकांता ने कहां है।
9) 'अंतिम साक्ष्य ' उपन्यास के प्रताप सिंह को बच्चे बाऊजी कहकर पुकारते हैं।
10) 'अंतिम साक्ष्य ' उपन्यास के प्रताप सिंह को दो बच्चे हैं|
11) 'अंतिम साक्ष्य' उपन्यास में प्रताप सिंह के प्रियसी का नाम मीना है।
12) बीजी के बड़े बेटे का नाम सुरेश है।
13) बीजी के छोटे बेटे का नाम विकी है।
14)'अंतिम साक्ष्य' उपन्यास में पति के प्रति समर्पित नारी बीजी है।
15). 'अंतिम साक्ष्य' उपन्यास में बीजी के टूटने की कहानी है।
16). 'अंतिम साक्ष्य' उपन्यास में पुरुष सत्ताक समाज की लौह श्रृंखलाओं से लहू लुहान, रूढ़ नैतिकता ओं की जकड़नों से मीना मुक्ति के रास्ते तलाशती है।
17) मीना का पालन पोषण चाचा -चाची करते हैं।
18) बीजी के लिए प्रताप सिंह ठाकुर है।
19) मीना की पहली शादी 12 वर्ष की उम्र में होती है।
20) मीना की पहली शादी 50 साल के लाला के साथ होती है।
21) मीना की पहली शादी 50 साल के लाला के साथ होती है।
22) मीना की दूसरी शादी जगन के साथ होती है।
23) जगन मीना को मदनसिंह दलाल के माध्यम से एक कोठेवाली को बेचता है।
24) 'अंतिम साक्ष्य' इस उपन्यास में कैलाश -रमेश का सफल दंपति जीवन चित्रित है।
25) कैलाश और रमेश की बेटे का नाम मिठ्ठू है|
26) मीना मौसी पहली बार सुरेश की मंगनी पर प्रतापसिंह के घर आई थी|
27) ‘अंतिम साक्ष्य’ उपन्यास में मीना रेडियो कलाकार है|
28) मीना जम्मू के रेडियो स्टेशन पर काम करती है|
29) कोठेवाली से मास्टर मीना को छुडवाते है|
30) बीजी के मृत्यु के बाद बाऊजी मीना मौसी घर लेकर आते है|
31) ‘अंतिम साक्ष्य’ उपन्यास का सुरेश आर्मी में भर्ती होता है|
32) एम.एस्सी. करनेके बाद विकी दिल्ली शहर में नौकरी करता है|
33) दिल्ली में विकी मुलाकात मिस. नीला सिंह से होती है|
34) चाची ने जगन के साथ का मीना का सौदा ५००० रुपये में करती है|
35) मीना की सहेली का नाम कैलाश है|
36) कैलाश की शिक्षा बी.ए.बी.एड. तक हुई है|
37) विकी का वास्तविक नाम विवेक है|
38) जगन मीना को धोका देता है|
39)अंतिम साक्ष्य उपन्यास में कैलाश -रमेश का आंतरजातिय प्रेमविवाह हुआ है |
40) कॉलेज के दिनों में विकी तनु से प्यार करता था|
41) तनु गुप्ता सर की बेटी है |
42) प्रताप और मीना को संगीत में रुचि थी|
43) रमेश इंटरमीडिएट करने के बाद इंजीनियरींग के लिये रांची
चला गया था|
44) रमेश कायस्थ जाति से संबंध रखता है|
45) नीला सिंह के पिताजी बिजिनेस के सिलसिले में बंगलौर
चले गये थे|
46) नीला सिंह की मां को हार्ट अटैक आता है |
47) विकी जम्मू में रहता है|
48) ‘इस औरत ने जिंदगी में बहुत कुछ सहा है, मालूम नहीं अभी आगे क्या-क्या देखना होगा? बाऊ जी ने कहा।
49)’पोती की उम्र की लड़की को घर में नहीं रखूंगा’ लाला ने कहा।
50) ‘लड़कियों को अपना ही घर भला, कब कैसा वक्त आए? किसे मालूम’ चाची कहती है|
51) ‘यहां जो एक बार आता है, वापस नहीं जाता| इस घर के दरवाजों के सिवाय अब सभी दरवाजे तुम्हारे लिए बंद हो गए’ कोठेवाली ने कहा है|
52) मास्टर जी अपने उम्र भर के दुष्कर्म का प्रायश्चित करना चाहते थे।
53) मास्टर जी के दो बच्चे हैं।
54) बिजी और ठाकुर के घर में दया नामक नौकर काम करता है।
55) क्या जासूसी करने आई थी बाऊ जी कहते है|
56) ‘उम्र भर का जहर तूने मेरे लिए ही संजोया रखा था सर्पिणी’ बीजी ने कहा |
57)बाऊ जी ने बीजी का विश्वासघात किया था।
58)’जो जीते हैं वे भोंगते हैं सुख भी और दु:ख भी’ मीना का वाक्य है|
59) बीजी के मृत्यु के बाद बाऊ जी का घर टूट गया, जो अंत तक जुड़ न सका।
60) मिता को लेकर सुरेश मुंबई भाग गया था।
61)सुरेश को मनीष ने सेना में भर्ती होने का सुझाव दिया था।
62)बाऊजी के बेटे अपनी मां की मौत का जिम्मेदार मीना मौसी को मानते हैं|
63)सुरेश और विकी अपनी मां की जगह मीना मौसी को नहीं दे सके।
64)बाऊजी और बीजी का बेटा सुरेश आवारागर्दी करने वाला निकला।
65)मिस नीला सिंह पंकज को पसंद करती थी।
66)बाऊजी ने सुरेश को घर से बाहर निकाल दिया था।
67)सुरेश ने गुप्ता सर पर चाकू से हमला किया था।
68)तनु गुप्ता साहब की बेटी थी।
69)मिस नीला सिंह पेशे से संगीत की अध्यापिका है ।
70) बिजी के मृत्यु के तेरह दिन बाद ही बाऊ जी मीना मौसी को घर लेकर आते हैं।
71)बाबूजी, बिजी, मीना मौसी, सुरेश सभी की इतनी सी आकांक्षाएं और आकांक्षाओं का साक्षी यह ढक्की का आखिरी मकान।
71)बाऊ जी की मृत्यु के बाद विकी अपना घर धर्मार्थ संस्था को बेचता है।
72)अंतिम साक्ष्य के रूप में खड़ा ढकी के आखिरी मकान की जगह पर आगे धर्मशाला बनती है।
73) मीना को संगीत मास्टर सिखाते है|
74) बाऊ जी जब बिमार थे, तब सुरेश रजौरीपुंज के सीमाओं पर तैनात था|
75) बीजी के आदेश पर ही विकी- सुरेश मीना को मीना मौसी कहने लगे थे |
76) परिवार के पालन-पोषण के लिये मास्टर कोठेवाली बाई के साथ अपनी कला का सौदा करते है|
77) मीनू को मास्टर जी के रूप में देवदूत मिलते है|
78) बीजी के साथ विश्वासघात के बाद बाऊ जी एक महिने के लिये टूर पर चले जाते है|
79) ‘अंतिम साक्ष्य’ उपन्यास का उद्देश स्त्री को पुरुषों के समान दिखाना हैं|
80) उम्र के पच्चीस वर्ष क्रूरता और शोषण सहती मीना के लिए ठाकुर का प्रेम संजीवनी बन जाता है|
81) चाची ने लाला को मीना की उम्र बीस साल बताई थी|
82) बीजी और प्रताप से मीना की जान-पहचान कैलाश के कारण होती है|
83) लाला के तीन लडके थे|
भाषाविज्ञान और समाज विज्ञान का संबंध
भाषा विज्ञान और समाज विज्ञान का संबंध देखने के लिये पहले भाषा विज्ञान और समाज विज्ञान क्या है यह देख लेना आवश्यक है–
1. भाषा विज्ञान – भाषा+विज्ञान | भाषा का विशिष्ठ अध्ययन करनेवाली शाखा होती है |
२. समाज विज्ञान – अंग्रेजी के Social Science से बना है| अत: इसमें भी दो शब्द हैं- समाज + विज्ञान अर्थात समाज का विशिष्ठ अध्ययन करना | मानव क्रियाओं और व्यवहारों का उनके सामाजिक समूहों में क्रमबद्ध एवं व्यवस्थित अध्ययन करना |
1. मनुष्य की क्रियाएं और व्यवहार भाषा के माध्यम से ही होती है | अर्थात मनुष्य अपनी भावनाओं, विचारों का आदान-प्रदान भाषा द्वारा करता है | अर्थात भाषा ही विचार विनिमय का सर्वोत्तम साधन हैं| जो आद्यंत सामाजिक वस्तु है| कारण समाज में ही उत्पन्न होती है और समाज में ही विकसित होती है| और मनुष्य भी सामाजिक प्राणि है| जिसका विकास भाषा के माध्यम से होता है| अर्थात भाषा समाज का दर्पण हैं और समाज भाषा का अनुचर है | जैसे – समाज के उत्थान एव पतन, उन्नत्ति एव अवनति, असभ्यावस्था एवं सभ्यावस्था आदि जा सांगोपांग विवरण समाजविज्ञान में रहता हैं| जो भाषा के बगैर असंभव है| इसीकारण दोनों का घनिष्ठ संबंध है |
२. भाषा एक सामाजिक संपत्ति हैं| अत: सामाजिक उत्थान-पतन के साथ - साथ भाषा का भी उत्थान-पतन होता रहता है, क्योंकि समाज जैसे-जैसे सभ्यता के उत्तरोत्तर विकास के सोपानों पर चढता जाता है, वैसे-वैसे उसकी भाषा भी विकास की अग्रेसर होती है जिसका विकास को हम प्रथम वैदिक संस्कृत, संस्कृत, प्राकृत, अपभ्रंश, हिंदी आदि में क्रमश: देखते है| इसप्रकार भाषा समाज का ही एक अंग है |इसलिए ....
३. भाषा किस तरह विकसित और परिवर्तित होती है इसका स्पष्ट ज्ञान अगर प्राप्त करना है, तो भाषा विज्ञान को समाज विज्ञान की मदद लेनी ही पडती है |
भाषा किस तरह विकसित होती है इसका पता समाजशास्त्र के अध्ययन से ही चलता है| जैसे- समाज शास्त्र की प्रभावों ‘सांप’ को कीडा और ‘लाश’ को मिट्टी कहते है, घर से बाहर जाते वक्त ‘आते है’ क्यों कहते है | इन सब बातों का सूक्ष्म अध्ययन समाजशास्त्र पर आधारित होता है
समाज विज्ञान के केवल भाषा के विकास का अध्ययन नहीं करती तो अन्य समाजों के प्रभाव से भाषा में किस तरह परिवर्तन होता है, इसका भी अध्ययन करती है | कारण प्रत्येक समाज की रीति-नीति, आचार-विचार, व्यवहार, बोलाचल में अन्तर होता है | जब एक समाज दूसरे समाज के संपर्क में आता है, तब एक दूसरे के व्यवहार से प्रभावित होता है और तब विचारों का आदान-प्रदान होता हैं|
समाज विज्ञान इसका विवरण प्रस्तुत करता है | वह यह भी बतलाता है कि किस तरह एक विजयी एवं प्रगति शील समाज की भाषा में प्रचलित शब्द दूसरी पराजित एवं परतंत्र समाज की भाषा पर अपना कैसे प्रभाव डाला करते हैं और वह समाज उन्हें किस तरह से अपनाने में गौरव महसूस करते है|
जैसे-हिंदी क्षेत्र में पहले माता-पिता, चाचा- चाची, ताऊ-ताई, मौसा -मौसी, भाई-बहन आदि शब्द परिवार में बोले जाते थे, किंतु मुस्लिम समाज के संपर्क के आते ही वालिद – अम्मीजान, मियां-बीबी आदि शब्द प्रचलित हुए और फिर अंग्रेजी संपर्क में आते ही मम्मी- डैडी, पापा, आंटी, अंकल आदि शब्दों का प्रचार अधिक हो गया
इसतरह सामाजिक विकास के साथ –साथ भाषा भी किस तरह विकसित एवं परिवर्तित होती रहती है, इसका ज्ञान समाज विज्ञान से ही प्राप्त होता होता है| इसपर आधारित ही भाषा विज्ञान भाषा का अध्ययन करता है और यह बताता है कि कोई भी भाषा यह दावा नहीं करती कि वह पूर्ण रूप से शुद्ध है| इसप्रकार ....
4. भाषा के जो शब्द उसका अर्थ समाज से ही संबधित होता है | जैसे शब्द आदरार्थ (आप), सामान्य(तुम), अनादरार्थ (तू) यह समाज से बनता है | अत: इनका अध्ययन भाषा विज्ञान समाज शास्त्र के बीना नहीं कर सकता| इसप्रकार भाषा के समाज विज्ञान का होना नितांत आवश्यक है |
डॉ. हेमलता काटे,
हिंदी विभाग,
बाळासाहेब देसाई कॉलेज, पाटण