* संगम का समय बीत चला... कब तक अपनी कमियों को लेकर चलना है...

* इस शिवजयंती कोई भी एक कमी को संपूर्ण स्वाहा करें... बाबा को सच्चा उपहार दें...


इनमें से एक अभ्यास चुने 

ढृढ़ता से 21 दिन तक किये गया अभ्यास संस्कार रूप में परवर्तित हो जायेगा...