* संगम का समय बीत चला... कब तक अपनी कमियों को लेकर चलना है...

* इस शिवजयंती कोई भी एक कमी को संपूर्ण स्वाहा करें... बाबा को सच्चा उपहार दें...


इनमें से एक अभ्यास चुने 

ढृढ़ता से 21 दिन तक किये गया अभ्यास संस्कार रूप में परवर्तित हो जायेगा... 

1.  हर सीन देखते साक्षी रहेंगे 

2. हर कार्य में निमित्त भाव रख निर्मान ( निरहंकारी ) स्थिति बनाएंगे

3. बीती बातों को चिंतन में नहीं लाएंगे "FULL STOP" लगाएंगे

4. हर एक आत्मा को बाप समान दिल से दुआएं देंगे

5. किसी से अपेक्षा न रख एक बल एक भरोसे से बाबा के साथ चलेंगे

6. हर आत्मा के प्रति आत्मिक रूहानी दृष्टि से रूहनियत लाएंगे