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Abhishek Nayak and His Writings (also spelled as 'Abhisek Nayak')
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कोई न कोई
कोई न कोई या कुछ न कुछ तो आ ही जाता है रोकने को, तुम्हें मजबूर करने अपने फैसले के बारे में फिर से सोचने को कोई न कोई तो आ ही जाता है ये दिखाने कि वो कैसे अपने सुख से खुश हो रहे हैं, और ये बताने कि …
एक भाषा है जो तुमने सीखी थी
माँ और बाबा से फिर तुमने सीखी उस भाषा की विविधताएं!
काम के लिए निकले थे
जब घर से काम के लिए निकले थे तब अपने आत्मविश्वास को अपने साथ लेके चले थे। जब काम के लिए उनके पास गए थे तब देखा कि कतार में हमसे आगे बहोत खड़े थे। जब वहाँ……….. आगे पढ़ने के लिए यहाँ …
जब देखा था पहली बार तुमको | Hindi Romance Poem | Abhisek Nayak
कुछ पता न चला तुमको, क्योंकि न हिम्मत आई उतनी मुझको।. प्यार,दिल,हिम्मत,दिमाग,बेहतर,फरमाइश,हिन्दी कविता. Read Hindi Romance Poem जब देखा था पहली बार तुमको By Abhisek Nayak
बहोत शोर था
बहोत शोर था, कुछ शोर उसके आस-पास था और कुछ उसके अंदर था कोई उसे कहता कि वहाँ जा तो कोई उसे कहता कि उस मोड जा और तब उसके अंदर की आवाज़ कहती कि……….. आगे पढ़ने के लिए यहाँ जाएँ:…
उस ओर जाने से पहले
क्या तुम्हें याद है कि उस ओर जाने से पहले हमें कितना डर लगा था और कैसे वहाँ जाने के बाद हमारी खुशी, शांति और सुकून में डर कहीं खो सा गया था। क्या तुम्हें याद है कि उस ओर जाने से पहले कितने लोग वहाँ…
मेरे सामने से गुजरने वाली गाडियाँ मुझसे कुछ कहतीं हैं…
मेरे सामने से गुजरने वाली गाडियाँ मुझसे कुछ कहतीं हैं, वो कहती है कि कई गाडियाँ निकल गई, अब तो यह वाली पकड़ लो मेरे सामने से……………
जब तुम थी.... | Hindi Romance Poem | Abhisek Nayak
जब तुम थी, तब बस तुमसे मिलने की चाहत थी, तुम्हारे करीब आके तुमपे प्यार जताने की कोशिश. प्यार,चाहत,ज़िंदगी,हिन्दीकविता,hindikavita. Read Hindi Romance Poem जब तुम थी.... By Abhisek Nayak
हमें लगा वो....... | Hindi Others Poem | Abhisek Nayak
हमें लगा वो हमपे धौंस जमा रहे थे पर वो तो हमारे भविष्य और होश संभाल रहे थे।. दुआ,मेहनत,शिक्षक,ज़िम्मेदारी,विद्यार्थी,हिन्दीकविता,hindikavita. Read Hindi Others Poem हमें लगा वो....... By Abhisek Nayak
पीने के पानी की ओर
उस दिन जब में थक-हार के पीने के पानी की ओर बढ़ रहा था, तब बड़ी तेज़ी से एक और आदमी भी उस ओर बढ़ रहा था, और हम दोनों जिस ओर बढ़ रहे थे वहाँ एक कंटेनर था जिसमें पीने के लिए बहोत ही कम पानी बचा था। तब उस आ…
जाने वो क्या सोच रहा होगा…
जाने वो क्या सोच रहा होगा क्या उस दर्द से वो अभी भी जूझ रहा होगा जाने वो क्या सोच रहा होगा उसकी कोई गलती न……………
“साल की पहली बारिश पहले प्यार की तरह होती है”
साल की पहली बारिश, अपनी बूंदों से फैलाये गए जादू से, कई दिनों की तपती गर्मी से राहत देती है।
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