नमस्ते, मेरा नाम भगवान वैद्य (प्रखर) है| मैं एक हिन्दी लेखक हूं|

मेरा संक्षिप्त परिचय :

  • पिछले कुछ वर्षों से हिंदी साहित्य क्षेत्र में स्वतंत्र लेखन

  • अध्यक्ष, गुरुछाया गृहनिर्माण संस्था, साईंनगर, अमरावती

  • सलाहकार ( संस्थापक एवं भूतपूर्व अध्यक्ष) सप्तरंगी हिंदी साहित्य संस्था, अमरावती

  • कार्यकारी समिति- सदस्य, जेष्ठ नागरिक संघ, अमरावती

हाल की गतिविधियां :

आचार्य आनंदऋषि साहित्य पुरस्कार (१५ अगस्त २०२१) :

प्रतिवर्ष हिंदीतर-भाषी हिंदी लेखक को सृजनात्मक लेखन के लिए दिया जानेवाला 'आचार्य आनंद ऋषि साहित्य निधि सम्मान' वर्ष २०२१ के लिए भगवान वैद्य 'प्रखर' को प्रदान किया गया। पुरस्कार का यह ३० वां वर्ष है। हैदराबाद स्थित कच्छी भवन, रामकोट में आचार्य प्रवर डॉ. गौतम म.सा. की उपस्थिति में आयोजित भव्य तथा गरिमामय समारोह में 'प्रखर' को सम्मानित किया गया।मुक्ता मणि-माला,शाल, प्रशस्ति-पत्र तथा ३१००० रुपए नकद -यह पुरस्कार का स्वरूप है। इससे पूर्व यह सम्मान डॉ.बाल शौरि रेड्डी, वसंत देव, डॉ.दामोदर खडसे आदि को प्रदान किया जा चुका है।

विशेष उल्लेखनीय :

1. महाराष्ट्र राज्य हिंदी साहित्य अकादमी, मुंबई द्वारा : विविध विधाओं के पुरस्कारों के लिए आमंत्रित पुस्तकों के परीक्षण हेतु परीक्षक के रूप में नियुक्ति | ( वर्ष २००१ -०२ से वर्ष २००४ -०५ तक )

2. RAMON MAGSAYSAY AWARD FOUNDATION : Manila, Philippines द्वारा विविध क्षेत्रों में असाधारण कार्य करनेवाले व्यक्तियों को प्रतिवर्ष प्रदान किए जानेवाले अंतररार्ष्ट्रीय पुरस्कारों हेतु उपयुक्त व्यक्ति नामित करने के लिए Magsaysay Award Nominator के रूप में नियुक्ति |

( वर्ष १९९९ से वर्ष २००४ तक )

3. केंद्रीय हिंदी निदेशालय ( मानव संसाधन विकास मंत्रालय, भारत सरकार) : नई दिल्ली की हिंदीतर-भाषी लेखकों द्वारा हिंदी में लिखित पुस्तकों को प्रतिवर्ष एक लाख रुपए के पुरस्कार प्रदान करने की योजना के अंतर्गत गठित |

( पुस्तक मूल्यांकन-समिति में सदस्य के रूप में मनोनयन : वर्ष २०१२ )

4. आचार्य आनंदऋषि साहित्य पुरस्कार : हैदराबाद में हिंदीतर- भाषी हिंदी लेखक को सृजनात्मक लेखन के लिए दिया जानेवाला 30वां 'आचार्य आनंद ऋषि साहित्य निधि सम्मान'| (वर्ष २०२१ )

आकाशवाणी से प्रसारण :

  • ३० मिनट के छह नाटक

  • अनेक कहानियाँ तथा लघुकथाएं

  • वार्ता विविध अवसरों पर प्रसारित