आइए जाने क्यों जरूरी है नोनी
आइए जाने क्यों जरूरी है नोनी
नोनी के उपयोग, फायदे और अच्छाई
यह बात हम सभी जानते हैं कि जब हम बीमार होते हैं तो हमारा शरीर बहुत कमजोर हो जाता है हमारे स्वास्थ्य पर बहुत खराब असर होता है यह हमारे शारीरिक स्वास्थ्य के साथ-साथ मानसिक स्वास्थ्य पर भी बहुत बुरा असर करता है इसीलिए हमें नोनी फल के जूस का उपयोग करना चाहिए
यह रहा नोनी के बारे में पहले आप एक चीज समझिए नोनी गोल्ड, गोल्ड क्यों है क्योंकि नोनी का फल तो एक है तो नोनी गोल्ड, नोनी कोकम, नोनी प्रीमियम क्या है आइए बताते हैं
पहले नोनी गोल्ड के बारे में.. नोनी गोल्ड में सिर्फ नोनी नहीं बल्कि नोनी के साथ तुलसी ब्राज़ील नट शहद व अनानास, नोनी गोल्ड में जो तुलसी मिली है .वह हमारे शरीर में विशेष रूप से सास दिक्कत, बुखार , जुकाम के एंटीबायोटिक के रूप में काम करती है और ब्राज़ील नट जो नोनी गोल्ड में है,
ब्राज़ील नट में सबसे ज्यादा सेलेनियम पाया जाता है जो उम्र को रोकने में मदद करता है आपको आपकी बढ़ती हुई उम्र शक्ल से व शरीर से कम दिखाई देगी मतलब हो जाएगा 40 से 50 साल का पर शरीर से नहीं लगेगा यह ब्राज़ील नट की खासियत है इसके साथ नोनी गोल्ड में अनानास भी मिला है नोनी गोल्ड के 5ml में जितना जूस बनता है उतना अनार लगभग 8 से 10 गिलास के बराबर होता है उसी के साथ शहद मिला हुआ है मतलब शरीर केअंदर जितना भी घाव व इन्फेक्शन होगा उसको जो है नोनी,क्योंकि नोनी में शहद हुआ है, जो शरीर के अंदर जाकर करता है साथ ही गोल्ड थायराइड सांस की दिक्कत जिसको आए दिन और जुखाम थकान तनाव रहता है उसमें सबसे ज्यादा मदद करता है थायराइड की दिक्कत है तो उसके लिए यह रामबाण है
जैसे कि आपको ऊपर नोनी गोल्ड के बारे में बताया गया है नोनी गोल्ड में नोनी के अलावा अन्य चीजें हैं उसी तरह नोनी कोकम में भी है।
नॉरिस नोनी कोकुम प्लस के नाम से ही आपको पता चल रहा होगा कि इसमें नोनी के साथ कोकम नाम भी जुड़ा हुआ है कोकम (गार्सीनिया इंडिका) मूल रूप से वेस्टर्न घाट का एक विशिष्ट औषधि पौधा है आजकल कोकम अपने स्वास्थ्य गुणों के कारण सभी का वैज्ञानिक रूप से ध्यान केंद्रित किए हुए हैं कोकम का उपयोग विशेष रूप से पेट से जुड़ी किसी भी प्रकार की बीमारी के उपचार में किया जाता है कोकुम एक रसीला फल होता है जिसका अपना स्वाद है कोकम गर्मी को अच्छी तरह से प्रतिरोध के लिए जाना जाता है इसके खट्टे कार्डियोटोनिक एंटी एलर्जीक एवं पाचन गुणों के कारण कोकम का उपयोग किया जाता है यह बवासीर दस्त ट्यूमर ब्लड प्रेशर पेट दर्द पेट में सूजन पथरी गैस कब्ज मोटापे को कम करने में जिसका बैड कोलेस्ट्रॉल ज्यादा होता है उसको कम करने में मदद करता है
कोकम अम्लता को कम करता है एवं पाचन क्रिया के लिए बेहतर है यह वजन को नियंत्रित करता है जिगर और हृदय के लिए नोनी कोकम अच्छा टॉनिक है जिसके ह्रदय में ब्लॉकेज होता है उसे भी यह बहुत तेजी से ठीक करता है यह खून की सफाई करता है तथा खून की मात्रा शरीर में बहुत तेजी से बढ़ाता है और नोनी जो कोकम के साथ मिलकर शरीर को निरोगी बनाते हैं नोनी कोकम प्लस पेट के लिए रामबाण है
हेलो दोस्तों आपको बताते हैं आज नोनी प्रीमियम के बारे में..
नोनी प्रीमियम, प्रीमियम क्यों है
नोनी प्रीमियम में नोनी के साथ अश्वगंधा ,शहद, कोकम है
यानी कि जो नोनी गोल्ड और नोनी कोकम में है वह अकेले नोनी प्रीमियम में एक साथ है नोनी प्रीमियम में जो अश्वगंधा है शरीर में प्रतिरोधक प्रणाली को अत्यधिक मजबूत बनाता है तनाव से मुक्त कराता है मानसिक शांति प्रदान करता है समग्र स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है इसका तंत्रिका तंत्र पर मजबूत पौष्टिक और रक्षात्मक प्रभाव पड़ता है इसमें एंटीऑक्सीडेंट का प्रबल गुण है नोनी प्रीमियम प्लस कई जरा रोधी एवं जीवनदायिनी गुण है प्रीमियम का प्रतिदिन का सेवन शरीर की कोशिका पुनर्जीवित करता है जो वास्तव में वृद्ध होने की प्रतिक्रिया को कम करता है नरीश नोनी प्रीमियम प्लस मोरिंडा सिट्रीफोलिया अश्वगंधा भाई लिख दे रहे थे अरे भगवान वाइथनिया सोम्निफेरा के शुद्ध अर्क से बनाया जाता है नोनी प्रीमियम के नियमित विटामिन एवं मिनिरल के आर.डी.ए(Recommended Daily Allowance) की पूर्ति करता है नोनी प्रीमियम शरीर के माइग्रेन में साटिका में पैरालिसिस में घुटने के दर्द में कमर दर्द कम सुनाई देने में इन सभी को ठीक करने में मदद करता है कैंसर की पहली व दूसरी अवस्था में नोनी प्रीमियम के साथ विदग्रास का जूस मिलाकर पीने से कैंसर को खत्म करता है शुगर में यह रामबाण है
नोनी शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने वाले सेलुलर रिजुवेनेटिंग एंजाइम्स के विश्व के सबसे श्रेष्ठ स्त्रोत है यह क्षतिग्रस्त कोशिकाओं को सामान्य कार्य करने के पूर्वा अवस्था में लाता है ऊतको को स्वस्थ रखता है अंग को विफल होने से रोकता है एवंस जीर्ण रोगो लड़ता है यह दवाओ की प्रभाविता को बढ़ाता है
नरीश नोनी प्रीमियम कमर से नीचे गले से ऊपर किसी भी प्रकार की समस्या के उपचार में इस्तेमाल किया जाता है
आइए जानते हैं नरेश पंच तुलसी ड्रॉप्स के बारे में
तुलसी के बारे में आप पहले से जानते हैं तुलसी तो लगभग हर घर में होती है कहीं जगह तुलसी को मां लक्ष्मी के रूप में मानकर घर के आंगन में पूजनीय स्थान दिया जाता है लेकिन कहीं इसके अलावा बी तुलसी के वैज्ञानिक व आयुर्वेद की दृष्टि से कई लाभ मिलते हैंतुलसी के बारे में आप जानते जब हमारे घर में किसी को बुखार जुकाम या खांसी हो जाती है तो हमारे घर वाले चाय में काढे मे या फिर तुलसी पत्र के रूप में हमें पिलाते हैं जिससे हमारे शरीर में रोगों से लड़ने की क्षमता आती है इस तरह हम तुलसी का उपयोग करते रहते हैं
लेकिन हमारी पंच तुलसी ड्रॉप यह पांच अलग-अलग तुलसियों से मिलकर बनी है जानिए तुलसी पांच प्रकार
1 श्याम तुलसी
2 राम तुलसी
3 श्वेत/ विष्णु तुलसी
4 वन तुलसी
5 नींबू तुलसी
तुलसी के पांच प्रकारों को मिलाकर इनका अर्क निकाला जाता है इसमें एक एंटी ऑक्सीडेंट, एंटीबैक्टीरियल, एंटीवायरल, एंटीफ्लू, एंटीबायोटिक,एंटी-इफ्लेमेन्ट्री व एंटी–डिजीज की तहत कार्य करने लगती हैं यह पूरे विश्व की सबसे प्रभावकारी बेहतरीन आयुर्वेदिक औषधि हैतुलसी में विटामिन कैल्शियम आयरन के गुण पाए जाते हैं तुलसी का ऐसे सर्दी जुकाम जैसी बीमारियों से शरीर बचा रहता है वही आज आप बता दे में तुलसी का सेवन आजकल फैला वायरस प्रदूषित माहौल मे बहुत फायदेमंद साबित हो रहा है खाली पेट तुलसी खाने से मिलने वाले फायदे के बारे में जानकर आप हैरान रह जाएंगे
गुर्दे की पथरी - तुलसी गुर्दे को मजबूत बनाती है . यदि किसी के गुर्दे में पथरी हो गई हो तो उसे शहद में मिलाकर तुलसी के अर्क का नियमित सेवन करना चाहिए . छह महीने में फर्क दिखेगा
वजन कम करने में मददगार- तुलसी पाचन में मदद करती है और आपके शरीर से विषाक्त पदार्थों को भी बाहर निकालती है , इसलिए यह आपको अधिक तेज़ी से वजन कम करने में मदद कर सकती है .
सांस की समस्या- सांस संबंधी समस्याओं का उपचार करने में तुलसी खासी उपयोगी साबित होती है . शहद , अदरक और तुलसी को मिलाकर बनाया गया काढ़ा पीने से ब्रोंकाइटिस , दमा , कफ और सर्दी में राहत मिलती है .
सांस की बदबू से छुटकारा- तुलसी के पत्ते से सांस की बदबू की परेशानी भी दूर होती है . अगर आप रोज सुबह तुलसी के पत्ते का सेवन करें तो मुंह के बैक्टीरिया खत्म हो जाएंगे जिससे बदबू की समस्या दूर हो जाती है .
इम्यूनिटी बूस्टर- यह एंटीऑक्सिडेंट में भरपूर होता है और इसमें एंटी - बैक्टीरियल गुण होते हैं . इसलिए , यह आपके शरीर को विभिन्न संक्रमणों से बचाता . यह हानिकारक बैक्टीरिया और वायरस से लड़ता है .
सर्दी - खांसी के लिए- तुलसी में ऐंटी - बैक्टीरियल प्रॉपर्टीज होती हैं . सुबह खाली पेट तुलसी का एक पत्ता खाएं , इससे कुछ ही दिनों में आपको सर्दी - खांसी से राहत मिल जाएगी .
ब्लड शुगर लेवल को करता है कंट्रोल- तुलसी में कई ऐसे तत्व शामिल होते हैं जो ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करता है . तुलसी कार्बोहाइड्रेट और वसा के पाचन को आसान बनाता है .
पाचन क्रिया के लिए- तुलसी के पत्ते पाचन को सही रखने में मदद करते हैं . इसके साथ ही ऐसिडिटी और पेट में जलन की परेशानी को भी यह दूर रखता है . बॉडी के पीएच लेवल को मेनटेन करने में भी तुलसी मददगार साबित होती है .
स्ट्रेस करता है कम- तुलसी के पत्ते में मौजूद अडैप्टोजेन स्ट्रेस को कंट्रोल करने में मदद करता है . यह नर्वस सिस्टम को रिलैक्स करते हुए ब्लड फ्लो को सुधारता है . तुलसी के पत्तों से सिरदर्द में भी राहत मिलती है .
तुसली में की तरह के औषधीय गुण पाए जाते हैं . आयुर्वेट में तुलसी का कई तरह से इस्तेमाल किया जाता है . वहीं घर में तुलसी का पौधा लगाना भी काफी शुभ माना जाता है . तुलसी में ऐंटी बैक्टीरियल प्रॉपर्टीज होती हैं . क्या आपको पता है सुबह खाली पेट तुलसी के पत्ते खाने से शरीर को कई तरह के फायदे मिलते हैं . तुलसी के पत्ते पाचन को सही रखने में मदद करते हैं . इसके साथ ही ऐसिडिटी और पेट में जलन की परेशानी को भी यह दूर रखता है . बॉडी के पीएच लेवल को मेनटेन करने में भी तुलसी मददगार साबित होती है .
ये हैं। खाली पेट तुलसी के पीने के फायदे