जब भी आप होम लोन, पर्सनल लोन या क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन करते हैं, बैंक सबसे पहले CIBIL स्कोर देखता है। 750 या उससे ऊपर का स्कोर लोन के रास्ते खोल देता है, वहीं 650 से नीचे का स्कोर दरवाज़े बंद कर देता है। पर अधिकतर लोग यह समझ नहीं पाते कि उनका स्कोर गिर क्यों गया।
इस लेख में हम पाँच ऐसी आम—लेकिन बेहद नुकसानदेह—गलतियों पर बात करेंगे जो आपके स्कोर को चुपचाप नीचे खींच लेती हैं, और बताएँगे उनसे बचने के व्यावहारिक तरीक़े।
EMI एक दिन भी लेट हुई तो बैंक इसे DPD (Days Past Due) के रूप में रिपोर्ट करता है। 30, 60, 90 DPD जितनी बड़ी संख्या, उतना बड़ा नकारात्मक संदेश।
एक ही Missed EMI स्कोर को 50–100 अंक तक गिरा सकती है, और यह असर 2–3 साल तक रिपोर्ट में बना रहता है।
ऑटो‑डेबिट सेट करें ताकि गलती से भी तारीख न छूटे।
सैलरी आने से दो‑तीन दिन पहले EMI बफ़र रखें।
अगर कैश‑फ्लो की दिक़्क़त है तो समय रहते लोन रि‑स्ट्रक्चर या मोरेटोरियम का विकल्प पूछें।
हर महीने कार्ड लिमिट का 70–90 % तक ख़र्च करना बैंक को इशारा देता है कि आप “क्रेडिट‑हंग्री” हैं।
Credit Utilisation Ratio 30 % से ऊपर जाते ही स्कोर पर दबाव शुरू हो जाता है; 70 % से ज़्यादा होने पर 40–60 अंक की गिरावट आम बात है—तब भी जब आप टाइम पर बिल चुका रहे हों।
ख़र्च को कुल लिमिट के ≤ 30 % पर रखें।
ज़्यादा ख़र्च ज़रूरी हो तो Limit Enhancement माँगें या दो‑तीन कार्ड में खर्च बाँटें।
बिल काटने से पाँच‑सात दिन पहले आंशिक भुगतान कर दें; इससे स्टेटमेंट में कम बैलेंस दिखेगा।
हर नए आवेदन पर बैंक आपका क्रेडिट डेटा “Hard Inquiry” के रूप में खींचता है। कई inquiries मिलकर बता देती हैं कि आप पैसों की तंगी में हैं।
तीन–चार inquiries भी 20–30 अंक गिरा सकती हैं, और अगले बैंक को शक में डाल सकती हैं।
Pre‑approved या soft‑check ऑफ़र ही देखें; वहाँ PAN नहीं माँगा जाता।
दो‑तीन महीने में एक से ज़्यादा नया आवेदन न करें।
एक आवेदन रिजेक्ट हो जाए तो जल्दबाज़ी में दूसरा न डालें; पहले कारण समझें, स्कोर सुधारें।
कई बार लोन पूरा चुकाने के बाद भी स्टेटस “Active” या “Settled” बना रहता है, या बैंक गलती से ओवरड्यू दिखा देता है।
“Settled”, “Written‑off” या फर्ज़ी ओवरड्यू जैसी एंट्रियाँ स्कोर पर सबसे भारी पड़ती हैं—75–150 अंक की गिरावट तक।
लोन क्लोज़ होने पर तुरंत NOC / Closure Letter लें।
साल में कम से कम एक बार CIBIL रिपोर्ट फ्री में डाउनलोड कर एंट्रियाँ जाँचें।
ग़लती दिखे तो तुरन्त Online Dispute दर्ज करें और बैंक को लिखित ईमेल करें।
अक्सर लोग सोचते हैं कि “मेरे पास कोई कार्ड/लोन नहीं, स्कोर तो अच्छा ही होगा।” हक़ीक़त यह है कि बिना क्रेडिट इतिहास के CIBIL “NA/NH” दिखा देता है; बैंकों को डेटा न होने पर वे लोन देने में हिचकते हैं।
लंबी निष्क्रियता से क्रेडिट हिस्ट्री की उम्र घटती है, स्कोर स्थिर नहीं बन पाता।
Secured Credit Card (FD‑backed) लें और छोटे‑छोटे ट्रांज़ैक्शन करें।
पुराना कार्ड बिना कारण बंद न करें; सालाना फ़ीस नहीं तो चालू रहने दें।
पाँच–छह महीने में एक बार कार्ड इस्तेमाल कर बिल समय पर चुका दें, ताकि एक्टिविटी बनी रहे।
किसी भी ओवरड्यू को सबसे पहले निपटाएँ—यह स्कोर का सबसे बड़ा भार है।
दो‑तीन महीने लगातार ≤ 30 % कार्ड उपयोग + टाइमली EMI दिखाएँ; स्कोर उछाल दिखाता है।
पुरानी गलती (Settled/Written‑off) को Post‑closure Payment से “Closed” में बदलवाएँ।
CIBIL स्कोर गिराने वाली ये पाँच गलतियाँ मामूली लग सकती हैं, पर इनका असर महीनों नहीं, सालों चलता है। अच्छी बात यह है कि थोड़ी‑सी सतर्कता, सही जानकारी और समय पर एक्शन लेकर आप इन्हें रोक—या रिवर्स—कर सकते हैं। EMI की समय‑पालना, संतुलित कार्ड उपयोग, सीमित inquiries, सही रिपोर्टिंग और सक्रिय क्रेडिट व्यवहार—ये पाँच स्तंभ आपकी क्रेडिट हेल्थ के रक्षक हैं।
याद रखिए:
अगर आपको अपनी रिपोर्ट समझने या सुधारने में पेशेवर मदद चाहिए, तो हमारा क्रेडिट केयर डेस्क हमेशा तैयार है—क्योंकि आपका स्कोर, आपका हक़ है।
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